Category: लेख

‘राजनीतिज्ञ, चिंतक और विचारक के साथ-साथ एक अच्छे लेखक-पत्रकार भी थे दीनदयालजी’

-प्रतीक खरे अंत्योदय एवं एकात्म मानवदर्शन के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्यायजी एक प्रखर राजनीतिज्ञ, चिंतक और विचारक के साथ-साथ एक…

धर्मान्तरण का जाल, माओवादियों का षड़यन्त्र और एक सन्त की हत्या!

जन्माष्टमी का दिन, जब पूरा देश श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मना रहा था। उस दिन रात में लगभग 30-40 क्रूर ईसाई और…

‘हम भारतीयों का नववर्ष अर्थात प्राचीन भारतीय संस्कृति का नववर्ष’

चैत्र प्रतिपदा अर्थात चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पहली तिथि, यह हम सभी भारतीयों का नववर्ष है। हजारों वर्ष…

भारत के इतिहास की वह गुमनाम पुस्तक, जिसके लेखक थे वीर सावरकर

प्रभावशाली व्यक्तित्व, प्रखर राष्ट्रवादी, माँ भारती का वीर सपूत, एक आम भारतीय सा, भीड़ में गुम हो जाने वाला सामान्य…

मतान्तरण के कुचक्र से हिन्दू अस्मिता की रक्षा करने वाले सन्त थे रविदास

जिस तरह आज देश में ईसाई मिशनरियों और मुस्लिम जिहादियों द्वारा भोले-भाले वनवासियों और पथभ्रांत हिन्दुओं को लोभ-लालच में फंसाकर…

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