दिल्ली के कनॉट प्लेस में कौरवों के समय में स्थापित किया गया एक अनोखा मंदिर है। जहां पर भक्तों की हर मनोकामनाएं पूरी होती है। इस मंदिर का इतिहास तो काफी पूराना है ही साथ ही इससे जुड़ी कई अचंभित बाते सामने आई है। यह मंदिर भगवान बजरंगी बली को समर्पित है। यहां पर हर शनिवार और मंगलवार को भक्तों का बड़ा तांता लगता है। मनोकामनाएं पूरी होने की वजह से इस मंदिर में भक्त देश विदेश से भी आते हैं। बता दें कि मंदिर का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में भी शामिल है। आइए विस्तार में इस मंदिर के इतिहास और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल होने की वजह को जानें।

बजरंग बली के इस मंदिर का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में इसलिए शामिल है क्योंकि यहां पर बिना रुके 24 घंटे मंत्रों का उच्चारण होते रहता है। 1 अगस्त 1964 से ही इस प्राचीन मंदिर में लगातार बिना रुके श्री राम जय राम, जय जय राम का जाप चलते रह रहा है।


मंदिर की किसने की स्थापना
बता दें कि इस प्राचीन मंदिर की स्थापना किसी और ने नहीं बल्कि पांडवों ने की थी। दरअसल दिल्ली का पुराना नाम इंद्रप्रस्थ है, जिसे पांडवों ने अपने समय में यमुना नदी के किनारे बसाया था। इसी दौरान उन्होंने इस प्राचीन हनुमान मंदिर की भी स्थापना की थी। पांडवों ने दिल्ली में पांच मंदिरों की स्थापना की थी उसमें से यह बजरंगबली का मंदिर एक है।

जानें कैसे पहुंचे बजरंगली के मंदिर
दिल्ली का यह प्राचीन मंदिर कनॉट प्लेस में खड़ग सिंह मांगे में है। यहां पर मेट्रो से पहुंचने के लिए भक्तों को पहले राजीव चैक उतरना होगा। वहां से थोड़ी ही दूर पर यह मंदिर है। भक्तों की यहां आए दिन भीड़ लगी रहती है। इस मंदिर में पहुंचने के लिए भक्त सड़क मार्ग का भी प्रयोग कर सकते हैं।

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By pratik khare

पत्रकार प्रतीक खरे झक्कास खबर के संस्थापक सदस्य है। ये पिछले 8 वर्ष से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने कई समाचार पत्र, पत्रिकाओं के साथ - साथ समाचार एजेंसी में भी अपनी सेवाएं दी है। सामाजिक मुद्दों को उठाना उन्हें पसंद है।

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