इंडोनेशिया के बाली द्वीप पर एक ऐसा मंदिर है जिसने राष्ट्र में हिंदू धर्म की रक्षा की। यहां भगवान श्री राम, सीता और हनुमान के रोज दर्शन भी होते हैं। हमने बाली के ‘उलूवातु मंदिर का दौरा किया। इस मंदिर ने मुस्लिम बहुल बाली में हिंदू धर्म को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। कहते हैं जब इंडोनेशिया में हिंदुओ पर इस्लाम धर्म अपनाने का दबाव बना तो कई हिंदुओं ने बाली के उलूवातु मंदिर में शरण ली और बाली में हिंदू धर्म को बनाए रखा।

यह मंदिर 11वीं सदी का है और बाली के दक्षिणी छोर पर स्थित है। बता दें, उलूवातु मंदिर की चट्टानों के दक्षिणी छोर से दिनभर समंदर की लहरें टकराती हैं। इससे यहां प्रकृति का शानदार नजारा देखने को मिलता है। प्राचीनकाल की सुंदरता और वास्तुकला इस मंदिर के हर कोने पर दिखाई देती है। इस मंदिर में रोज रामलीला पर आधारित केचक नृत्य काव्य शैली में होता है।



पीएम मोदी भी पहुंचे बाली, देखी रामलीला
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए बाली पहुंच गए हैं। वहां उनका पारंपरिक शैली में स्वागत किया गया। उनके दौरे से भारतीयों भी उत्साह है। लोगों ने कहा कि पीएम मोदी का नेतृत्व ऐसा की वह बाली को अयोध्या बना दें। पीएम मोदी बाली के उलूवातु में होने वाली रोचक रामलीला देखने पहुंचे।

भगवान को लगाते हैं भोग
गौरतलब है कि बाली में भी भारत की तरह सुबह-सुबह भगवान को भोग लगाया जाता है। बाली को देखकर ऐसा लगता है जैसे श्री राम, सीता, हनुमान, सुग्रीव यहीं के रहने वाले हैं। बाली में लोगों के नाम भी भारत के लोगों से मिलते जुलते। यहां ऐसा लगता है जैसे भारत में ही बैठे हैं।

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By pratik khare

पत्रकार प्रतीक खरे झक्कास खबर के संस्थापक सदस्य है। ये पिछले 8 वर्ष से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने कई समाचार पत्र, पत्रिकाओं के साथ - साथ समाचार एजेंसी में भी अपनी सेवाएं दी है। सामाजिक मुद्दों को उठाना उन्हें पसंद है।

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