उत्तर प्रदेश के अयोध्या धाम में राम मंदिर बनने के बाद काशी के काष्ठ कला उद्योग में काफी तेजी आई है। काशी में बनाई गई राम दरबार की डिमांड देश के साथ-साथ अब विदेशों से भी आ रही है। ऐसा पहली बार हुआ है जब लकड़ी से बने हुए राम दरबार की डिमांड इंडोनेशिया से आई है, जिससे काष्ठ कला के व्यापार में खासा उछाल देखा जा रहा है।
काष्ठ कलाकार ओम प्रकाश शर्मा ने बताया कि इंडोनेशिया से अलग-अलग साइज के 50 राम दरबार के ऑर्डर मिले थे। जिन्हें तैयार कर भेजा जा रहा है। इसमें 8 हजार से लेकर डेढ़ लाख रुपये तक के राम दरबार शामिल हैं।
ओम प्रकाश बताते है कि इंडोनेशिया से आया ऑर्डर तो बहुत बड़ा था लेकिन राम दरबार को कारीगर अपने हाथों से बनाते हैं इसलिए उतने ही ऑर्डर लिए गए है जितना समय पर पूरा किया जा सके।
जी-7 की मीटिंग के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओम प्रकाश के बनाए राम दरबार को इंडोनेशिया के राष्ट्राध्यक्ष को भेट में दिया था। उसके कुछ दिनों बाद से ही राम दरबार के लिए इंक्वायरी आनी शुरू हुई और अब इसके ऑर्डर भी कारीगरों के पास आए हैं जिसे तैयार किया जा रहा है। काशी की काष्ठ कला सैकड़ों साल पुरानी है। जिसे बनारस में कुछ परिवारों ने आज भी संभाल कर रखा है। जिसे अब देश ही नहीं बल्कि दुनिया में भी नई पहचान मिल रही है। इसके अलावा जो लोग इस काम को छोड़कर दूसरा काम करने लगे थे वो लोग भी वापस इस काम को शुरू कर रहे हैं।