कप्तान रोहित शर्मा की अगुवाई में शानदार प्रदर्शन करते हुए भारतीय टीम टी-20 विश्व कप 2024 के फाइनल में पहुंच गई है। टीम इंडिया ने गुरुवार को खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में इंग्लैंड को 68 रनों के बड़े अंतर से हराते हुए फाइनल में प्रवेश कर लिया है। बारिश से प्रभावित सेमीफाइनल मुकाबले में भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में सात विकेट पर 171 रन बनाए। जवाब में इंग्लैंड की टीम 16.4 ओवर में 103 रन पर ही ढेर हो गई। भारतीय टीम के स्पिनरों ने ऐसा कहर ढाया कि इंग्लैंड के बल्लेबाजी पूरे ओवर भी नहीं खेल पाए। अब भारत का सामना दक्षिण अफ्रीका से शनिवार को होगा। रोहित शर्मा की सेना इस मुकाबले में ऐतिहासिक जीत के साथ खिताब के सूखे को खत्म करना चाहेगी।
पिछली हार का लिया बदला
इसी के साथ भारतीय टीम ने अपनी पिछली हार का बदला भी ले लिया। भारतीय टीम को 2022 टी 20 विश्व कप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड के हाथों 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। अब 2024 टी 20 विश्व कप के सेमीफाइनल में भारतीय टीम ने इंग्लैंड के सभी 10 विकेट 103 रन पर गिराकर 68 रनों से जीत दर्ज कर पिछली हार का बदला भी चुकता किया।
रोहित की कप्तानी ने किया कमाल
भारतीय टीम के फाइनल में पहुंचने का एक बड़ा कारण रोहित शर्मा की कप्तानी को जाता है। उनके सभी फैसले कारगर साबित हुए हैं। खिलाड़ियों पर भरोसा करना और उन्हें बैक करना या युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करना कप्तान रोहित ने सराहनीय तरीके से किए हैं। टीम इंडिया टूर्नामेंट में लगातार शानदार प्रदर्शन कर रही है, इसमें रोहित की कप्तानी का भी अहम रोल है।
रोहित शर्मा का आक्रामक प्रदर्शन
मौजूदा टूर्नामेंट में कप्तान रोहित शर्मा टीम इंडिया को अच्छी शुरुआत दिला रहे हैं। शुरुआती मैचों में रोहित का बल्ला उतना नहीं चला, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सुपर-8 मैच में उन्होंने विराट कोहली के आउट होने के बाद मोर्चा संभाला और 92 रनों की विस्फोटक पारी खेली। इसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में भी रोहित का बल्ला जमकर चला। उन्होंने 39 गेंदों में 57 रनों की तूफानी पारी खेली।
हर एक खिलाड़ी निभा रहा अहम रोल
विश्व कप में हर एक भारतीय खिलाड़ी अपना अहम योगदान दे रहा है। पूरी टीम एकजुट होकर खेल रही है। प्लेइंग 11 का हर खिलाड़ी टीम की जीत में योगदान देता नजर आ रहा है। चाहें टॉप ऑर्डर हो या मिडिल ऑर्डर या निचले क्रम के खिलाड़ी। बल्लेबाज से लेकर ऑलरांउडर्स एवं गेंदबाज हर कोई भारत को जीत दिलाने में अहम रोल निभा रहा हैं।
पंत की दमदार वापसी
भारतीय टीम के स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने चोट के बाद इसी साल आईपीएल से प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी की है। पहले उन्होंने आईपीएल में अपने बल्ले से धमाल मचाया और अब वह टी20 विश्व कप में वह विस्फोटक बल्लेबाजी के साथ शानदार विकेटकीपिंग करते नजर आ रहे हैं। मौजूदा टूर्नामेंट में उन्होंने अब तक 171 रन बनाए हैं। उम्मीद है कि आगामी मैच में भी पंत का बल्ला जमकर गरजेगा।
सूर्यकुमार यादव का विस्फोटक प्रदर्शन
भारतीय टीम के फाइनल में पहुंचने का एक कारण मिडिल ऑर्डर का प्रदर्शन भी है। सूर्यकुमार यादव की मौजूदगी ने टीम इंडिया को मजबूती प्रदान की है। उनका आक्रामक रवैया विरोधी गेंदबाजों के लिए मुसीबत और भारत के लिए शानदार साबित हुआ है। मौजूदा टूर्नामेंट में उन्होंने सात मैचों में 137.06 के स्ट्राइक रेट से 196 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से दो अर्धशतक निकले। सेमीफाइनल मैच में उनकी 47 रनों की पारी भारत के लिए महत्वपूर्ण साबित हुई। इसी के दम पर भारतीय टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ 171 रनों का स्कोर खड़ा करने में कामयाबी हासिल की।
उपकप्तान हार्दिक का ऑलराउंड प्रदर्शन
भारतीय टीम को फाइनल में पहुंचाने में हार्दिक पांड्या का अहम योगदान रहा है। उन्होंने अपने ऑलराउंड प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया है। भारत के तेज गेंदबाजी आक्रमण का वह सबसे अहम हिस्सा रहे हैं। इस टूर्नामेंट में उन्होंने कुल 22 ओवर गेंदबाजी की और आठ विकेट हासिल किए। वहीं, उनका इकोनॉमी रेट 7.77 का रहा। इसके अलावा बल्ले से भी उन्होंने धमाल मचाया। सात मैचों में पांड्या ने एक अर्धशतक की मदद से 139 रन बनाए हैं। इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में पांड्या ने 13 गेंदों में चार चौकों और दो छक्कों की मदद से 23 रनों की आक्रामक पारी खेली।
कुलदीप और अक्षर की जोड़ी ने किया कमाल
भारत को सेमीफाइनल तक पहुंचाने में स्पिनर्स का अहम योगदान रहा है। कुलदीप यादव और अक्षर पटेल ने वेस्टइंडीज की पिचों पर खासा प्रभाव छोड़ा है। इंग्लैंड के खिलाफ दोनों गेंदबाजों ने तीन-तीन विकेट हासिल किए और भारत को उसकी पिछली हार का बदला लेने में मदद की। कप्तान रोहित शर्मा ने मैच के बाद दोनों की तारीफ करते हुए उन्हें गन स्पिनर्स (जिनके खिलाफ कोई भी रन बनाने से बचता है) करार दिया।
बुमराह की अगुवाई में तेज गेंदबाजों का घातक प्रदर्शन
पिछले टी20 विश्व कप में भारत को जसप्रीत बुमराह की कमी खली थी। वह पीठ में चोट की वजह से टीम इंडिया का हिस्सा नहीं बन पाए थे। हालांकि, मौजूदा टूर्नामेंट में उनकी मौजूदगी में भारत ने शानदार प्रदर्शन किया है। बुमराह की अगुवाई में तेज गेंदबाजी आक्रमण विरोधियों पर कहर बरपाने में कामयाब हुई है। टी20 विश्व कप 2024 में अर्शदीप सिंह ने भारत के लिए सर्वाधिक 15 विकेट हासिल किए हैं। वहीं, बुमराह को 13 सफलताएं मिली हैं।