उत्तराखंड के नैनीताल में स्थित प्रसिद्ध धार्मिक तीर्थस्थलों में से एक कैंची धाम आश्रम श्रद्धालुओं के बीच काफी लोकप्रिय है। यह ऐसा तीर्थस्थल है, जहां वर्षभर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। यह भागवान हनुमान जी के परम भक्त और उनके अवतार माने जाने वाले बाबा नीब करौरी द्वारा स्थापित की गई पावन भूमि है। कैंची धाम एक आध्यात्मिक केंद्र है, जो कि उत्तराखंड की सुरम्य पहाड़ियों पर स्थित है। इस आधुनिक तीर्थ स्थल पर बाबा नीब करौरी महाराज का आश्रम है। प्रत्येक वर्ष की 15 जून को यहां पर बहुत बड़े मेले का आयोजन होता है, जिसमें देश-विदेश के श्रद्धालु भाग लेते हैं। यहां क्रिकेट और मनोरंजन जगत की कई हस्तियां और देश-विदेश के दिग्गज कारोबारी बाबा के आश्रम जाते रहे हैं।

बाबा के आश्रम आप भी जाना चाहते हैं तो कैंची धाम की यात्रा की पूरी जानकारी यहां मिलेगी। कैंची धाम कहां है, कैसे नीम करोली बाबा के आश्रम पहुंचे?

कैंची धाम कैसे पहुंचे?

कैंची धाम उत्तराखंड के नैनीताल शहर के पास स्थित है। नैनीताल से 17 किमी दूर कैंची धाम नाम की जगह है, जहां आप सड़क मार्ग के जरिए आसानी से पहुंच सकते हैं। दिल्ली से नैनीताल की दूरी लगभग 324 किलोमीटर है। सफर तय करने में करीब साढ़े 6 घंटे का वक्त लगेगा। आगे का सफर भी सड़क मार्ग से कर सकते हैं।

अगर आप हवाई मार्ग से आते हैं तो कैंची धाम से सबसे करीब 70 किमी दूर पंतनगर हवाई अड्डा है। कैंची धाम तक पहुंचने के लिए टैक्सी या बस मिल जाएगी। वहीं अगर ट्रेन से आप आना चाहते है तो ट्रेन से कैंची धाम का आने के लिए आपको निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम आना है। इसके बाद काठगोदाम से 43 किलोमीटर दूर नीब करौरी आश्रम है।

कब जाएं नीब करौरी आश्रम

वैसे तो भक्त किसी भी समय यहां आ सकते हैं, लेकिन अगर आप बाबा नीब करौरी महाराज के आश्रम जाना चाहते हैं और सही समय की तलाश में हैं तो मार्च से जून तक का समय उपयुक्त रहेगा। इसके अलावा सितंबर से नवंबर के बीच भी कैंची धाम घूमने जा सकते हैं। इन महीनों में मौसम सुहाना होता है। आश्रम के आसपास का प्राकृतिक परिवेश सफर के लिए बेहतर रहता है। जुलाई-अगस्त में मानसून के कारण पहाड़ी क्षेत्र में जाने से बचें।

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