भारत समेत विश्वभर में आज 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है। यह दिन पर्यावरण की रक्षा और लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए मनाया जाता है। प्रकृति हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा है। ऐसे में हमें इसकी रक्षा करना बहुत जरूरी है। पेड़-पौधे जहां हमारे जीवन के लिए जरूरी हैं वहीं वातावरण को शुद्ध रखने और संतुलन बनाए रखने में पेड़-पौधे अहम भूमिका निभाते हैं। ऐसे में हर साल लोगों को पर्यावरण और प्रदूषण से हो रहे नुकसान के प्रति जागरूक करने के लिए 5 जून को पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। क्योंकि प्रदूषण का बढ़ता स्तर पर्यावरण के लिए तो नुकसानदेह है ही साथ ही इंसानों के लिए भी खतरा बनता जा रहा है। इसके कारण कई जीव-जन्तू विलुप्त हो चुके हैं। इंसान भी कई प्रकार की गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। इसलिए अगर मानव जीवन को और अपनी पृथ्वी को स्वस्थ रखना है तो पर्यावरण का संरक्षण बहुत जरूरी है। आइए जानते हैं कब इसको मनाने की शुरुआत हुई और क्या है इसका उद्देश्य….
पेड़ों को कटने से रोकना होगा
पेड़-पौधे हमें जीने के लिए शुद्ध वायु एवं शुद्ध भोजन उपलब्ध करवाते हैं। अगर हमें इस पर्यावरण को सुरक्षित रखना हो तो हमारे आसपास के पेड़ पौधों को काटने से रोकना होगा। आजकल हो रही पेड़ों की कटाई के खिलाफ कार्य करना होगा। पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाने चाहिएं। वन्यजव एवं वनों की रक्षा करें। पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए हमें पानी की बचत करनी चाहिए। पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाना होगा।
प्रकृति की रक्षा करना
विश्व पर्यावरण दिवस मनाने का उद्देश्य पूरी पृथ्वी पर प्रकृति की रक्षा करना है। पर्यावरण को लेकर लोगों को जागरूक करना है। इस दिन जगह-जगह पर पेड़ लगाए जाते हैं ताकि आने वाली पीढ़ी को कोई दिक्कत न हो। लोगों को पर्यावरण प्रदूषण, ग्रीन हाउस के प्रभाव, जलवायु परिवर्तन, ग्लोबल वार्मिंग जैसे ज्वलंत मुद्दों और इनसे होने वाली विभिन्न समस्याओं के प्रति जागरूक करना है।