सावन महीने का बड़ा महत्व होता है। इसमें पड़ने वाली तिथि और व्रत और भी लाभकारी होते हैं। इस बार सावन पूरे 59 दिनों का है। साथ अधिकमास चल रहा है। ऐसे में सावन मास की दूसरी पूर्णिमा बहुत ही शुभ और मंगलकारी होगी। यह मास की दूसरी पूर्णिमा 01 अगस्त को होगी। इस दिन पूजा पाठ और व्रत करने पर भगवान विष्णु और महादेव की सीधी कृपा होती है। जीवन में पाप खत्म हो जाएंगे। ऐसे में अगर आप भी इस इस पूर्णिमा पर अपने पुण्यों को बढ़ाने के साथ ही पापों को कम करना चाहते हैं तो पूर्णिमा पर कुछ बातों को विशेष ध्यान रखना होगा। इस दिन की जानें वाली कुछ गलतियां जीवन भर आपका पीछा नहीं छोड़ती। यह आपके जीवन को कष्टों से भर देती हैं।
जानें सावनअधिक मास की पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त
सावन की दूसरी पूर्णिमा 01 अगस्त यानी मंगलवार को हैं। इस पूर्णिमा पर मंगलवा गौरी का व्रत भी है। ऐसे में सावन, अधिकमास और मंगला गौरी व्रत के दिन ही पूर्णिमा का एक दुर्लभ योग है। मंगलवार को पूर्णिमा सुबह 03 बजकर 51 मिनट से रात 12 बजकर 01 मिनट तक रहेगी। इस मुहूर्त में भगवान विष्णु की पूजा पाठ करने से जीवन में बहुत से काम सफल होते हैं। वहीं गलती करने आपका जीवन बर्बाद भी हो सकता है। यह गलतियां आपके दिनों को उल्टे फेर में चला देती है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए इस दिन पर भूलकर भी ये गलतियां न करें।
सावन पूर्णिमा पर ना करें ये गलतियां
सावन पूर्णिमा की तिथि इस बार सूर्य उदय से पहले ही हो जाएगी। ऐसे में इस दिन भूलकर भी कुछ गलतियों को न करें। अन्यथा आपको भारी कष्ट हो सकता है। यह कष्ट आपके नुकसान और दुख की वजह बनते हैं।
- सावन पूर्णिमा पर भूलकर भी तामसिक भोजन न करें।
- इस दिन प्याज, लहसुन और नॉनवेज का सेवन न करें।
- पूर्णिमा पर नशे की चीजों से दूर रहें, जैसे शराब, बीयर और दूसरी नसीलें पदार्थ।
- सावन पूर्णिम पर दरवाजे मांगने आने वाले किसी भीखारी को खाली हाथ न लौटाएं। उसे अपनी क्षमता अनुसार दान दें।
- सावन पूर्णिम पर भूलकर भी देर तक न सोएं। इस दिन जल्दी उठकर गंगा जी में स्नान करें। गंगा जी में स्नान नहीं कर सकते हैं तो नहाने के पानी में गंगा जल डाल लें।
- किसी गरीब और असहाय व्यक्ति को न सताएं। ऐसा करने से आपको दुख भोगना पड़ेगा।