लखनऊ। लखनऊ में रोज कुछ न कुछ नया हो ही जाता है जो सुर्खियों में आये। योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री को ट्रेन पकड़ने के लिए ज्यादा पैदल न चलना पड़े, इसके लिए उनकी कार को रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म तक पहुंचा दिया गया। यहां पहुंचने के बाद सीधे एस्केलेटर के पास मंत्री की कार का दरवाजा खुला। उनकी कार दिव्यांग के लिए बने रैंप में चढ़ाकर एस्केलेटर तक पहुंचाई गई। एस्केलेटर तक केवल पैदल ही यात्री जाते हैं लेकिन मंत्री के लिए नियम की अनदेखी की गई।
बारिश के बीच मंत्री के जूतों में कीचड़ न लग जाए इसलिए यात्रियों की जान जोखिम में डाल दी गई। पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह को लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन से ट्रेन नंबर 13005 हावड़ा-अमृतसर, पंजाब मेल से बरेली जाना था। ट्रेन स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर आने वाली थी। मंत्री धर्मपाल सिंह को मुख्य पोर्टिको आकर ज्यादा पैदल न चलना पड़े, उनकी कार को सीधे प्लेटफार्म नंबर 1 से सटे एस्केलेटर तक ले जाया गया। स्टेशन पर बड़ी संख्या में यात्री मौजूद थे। बताया गया कि भारी बारिश के चलते मंत्री अपनी कार से नहीं उतर सकते थे, इसलिए कार को एस्केलेटर तक ले जाया गया. उनकी कार दिव्यांग रैम्प पर चढ़कर प्लेटफार्म नंबर 1 से सटे एस्केलेटर तक पहुंची थी। लोगों की माने तो जैसे ही कार एस्केलेटर तक पहुंची, पास में खड़े यात्री ये देखकर सकपका गए और एक पल के लिए अफरातफरी मच गई।
नियम के मुताबिक एस्केलेटर तक यात्री पैदल ही जाते हैं।मंत्री की ओर से सफाई दी गई कि उन्हें देर हो रही थी और बारिश तेज होने के कारण कार को एस्केलेटर तक ले जाया गया।सीओ चारबाग संजीव सिन्हा के मुताबिक मंत्री धर्मपाल सिंह ऐन वक्त पर स्टेशन पहुंचे,ट्रेन छूटने का समय हो रहा था इसलिए उनकी कार को रैंप से होकर एस्केलेटर तक जाने की व्यवस्था की गई। वहीं मामले में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट किया कि अच्छा हुआ ये बुलडोजर से स्टेशन नहीं गए थे।