भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर मार्शल वीआर चौधरी ने गुरुवार को भारतीय वायुसेना की एक महिला अधिकारी को वीरता पुरस्कार प्रदान किया. विंग कमांडर दीपिका मिश्रा वीरता पुरस्कार प्राप्त करने वाली पहली महिला अधिकारी बनीं. उन्हें नई दिल्ली में आयोजित एक अलंकरण समारोह में वायु सेना पदक से सम्मानित किया गया था. वह उन 58 कर्मियों में शामिल हैं, जिन्हें वायु सेना प्रमुख द्वारा अलंकरण समारोह के दौरान वीरता पुरस्कार दिया गया.
विंग कमांडर दीपिका मिश्रा एक प्रशिक्षित हेलीकॉप्टर पायलट, योग्य फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर और एक इंस्ट्रूमेंट रेटेड इंस्ट्रक्टर और परीक्षक हैं. उनकी कहानी कर्तव्य के पथ पर आनी वाली सभी बाधाओं को पार करने की कहानी है.
आपदा राहत अभियान में दिखाया था शौर्य
02 अगस्त 2021 को, विंग कमांडर मिश्रा को उत्तरी मध्य प्रदेश में आकस्मिक बाढ़ आने पर मानवीय सहायता और आपदा राहत अभियान चलाने का काम सौंपा गया था. बिगड़ते मौसम, तेज हवाओं और सूर्यास्त के समय अंधेरा घिरने की बाधाओं के बावजूद, विंग कमांडर दीपिका ने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का मुकाबला किया और उसी शाम प्रभावित क्षेत्र में पहुंचने वाली पहली ऑफिसर बनीं.
उनकी शुरुआती हवाई उड़ान और बाढ़ प्रभावित क्षेत्र से मिली जानकारी ने IAF, NDRF, SDRF और अन्य नागरिक अधिकारियों द्वारा पूरे बचाव अभियान की योजना बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. विंग कमांडर मिश्रा ने खुद को शुरुआती मुआयना करने तक सीमित नहीं रखा. वह सड़कों, खेतों और मैदानों में फंसे हुए लोगों को एयर लिफ्ट कर बाढ़ के पानी से दूर सुरक्षित स्थानों पर ले गईं.
बचाई थी 47 लोगों की जान
एक बार तो उन्हें चार ग्रामीणों को एक छत से निकालना पड़ा और सीमित दृश्यता और बहते पानी के कारण जोखिम के बावजूद वह उनकी जान बचाने में सफल रहीं. लो होवर पिक-अप और विंचिंग सहित बचाव अभियान 8 दिनों तक चला जिसमें उन्होंने महिलाओं और बच्चों सहित 47 लोगों की जान बचाई.
उनकी बहादुरी और साहस के प्रयासों ने न केवल प्राकृतिक आपदा में लोगों की जान बचाई बल्कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में आम जनता के बीच सुरक्षा की भावना भी पैदा की. असाधारण साहस के इन वीर कार्यों के लिए विंग कमांडर मिश्रा को वायु सेना पदक से सम्मानित किया गया है.