इंटरनेट के जमाने में हमें सावधानी से रहना होगा। हमें सोशल मीडिया का सावधानी से इस्तेमाल करना चाहिए। हमें अपनी निजी जानकारी किसी के साथ शेयर करने से पहले कई बार सोचना और उसके बारे में सहीं से जांच पडताल करना चाहिए। अगर थोड़ी सी भी चूक हुई तो साइबर अटैक का शिकार हो सकते हैं। ऐसा ही ‘स्मिशिंग स्कैम’ है। जिसे लेकर भारत सरकार पहले ही अलर्ट जारी कर चुकी है।

इसमें हमला करने वाला शख्स लोगों से जानकारी लेने और उन्हें धोखा देने के लिए टेक्स मैसेजेस का सहारा लेता है। वह लोगों को भ्रामक संदेश भेजता है, जिसे पढ़कर लगता है कि किसी भरोसेमंद स्त्रोत से भेजा गया है। हालांकि, ऐसा नहीं होता है।


क्या है स्मिशिंग स्कैम

इस स्कैम पर भारत साइबर एजेंसी का कहना है कि, ये वित्तीय धोखाधड़ी करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली तकनीक है। इसमें निजी जानकारी हासिल करने के लिए यूजर्स के पास टेक्स्ट मैसेज भेजे जाते हैं।

एजेंसी ने कहा है कि धोखेबाज आमतौर पर फर्जी मैलवेयर से संक्रमित लिंक भेजते हैं। इसे देखकर आपको लगेगा कि इसे किसी वैध एप्लीकेशन से भेजा गया है। हालांकि, ये एक तरह का जाल होता है जो आपको नकली साइट पर ले जा सकता है और आपकी निजी जानकारी का हनन हो सकता है।

CERT-In यानी इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि ये संदेश अक्सर नकली होते हैं। इन्हें देखकर ऐसा लगता है कि ये किसी प्रामाणिक स्त्रोत से आए हैं। इसलिए इन संदेशों से बचकर रहना चाहिए।

इन उपयों से आप इस तरह के स्कैम से बच सकत हैं

  • अनचाहे संदेशों से रहें सावधान
  • किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें
  • अपडेटेड एंटीवायरस और एंटी मैलवेयर टूल्स का इस्तेमाल करें
  • बैंक से जुड़ा संदिग्ध संदेश मिलने पर तुरंत बैंक से संपर्क करें
  • ऑपरेटिंग सिस्टम और सॉफ्टवेयर को अपडेट रखें
  • निजी लेन-देन के लिए अलग ईमेल खाते का इस्तेमाल करें

आपको ये जानकारी कैसी लगी नीचे कमेंट बॉक्स में अपने विचार जरुर शेयर करें। ऐसी ही और अन्य जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट क्लिक कीजिए।

By pratik khare

पत्रकार प्रतीक खरे झक्कास खबर के संस्थापक सदस्य है। ये पिछले 8 वर्ष से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने कई समाचार पत्र, पत्रिकाओं के साथ - साथ समाचार एजेंसी में भी अपनी सेवाएं दी है। सामाजिक मुद्दों को उठाना उन्हें पसंद है।

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