Shirdi Sai Baba Temple : महाराष्ट्र एक ऐसा राज्य है जहापर कई सारी अद्भुत और चमत्कारिक घटनाये होती रहती है। महाराष्ट्र के इतिहास पर एक नजर डाले तो पता चलता है की इस राज्य का इतिहास कितना बड़ा और विशाल है। इसी वजह से भी इस राज्य को महान राज्य भी कहा जाता है।
इस राज्य का इतिहास अन्य राज्यों से बिलकुल अलग है। छत्रपति शिवाजी महाराज जैसे महान व्यक्ति इसी राज्य से थे। अध्यात्मिक क्षेत्र में भी इस राज्य का इतिहास बहुत बड़ा और गौरवशाली है। संत ज्ञानेश्वर, संत तुकाराम जैसे महान संत इसी राज्य से थे। यहा की पावन और पवित्र भूमि पर भगवान ने भी समय समय अलग अलग रूप में अवतार लिए है इसीलिए यहापर बहुत से देवताओ के मंदिर है।
भगवान विट्ठल मंदिर, गजानन महाराज मंदिर, श्री स्वामी समर्थ मंदिर, माता तुलजा भवानी मंदिर, साईं बाबा मंदिर – Shirdi Sai Baba Temple। यहापर जितने भी मंदिरों के नाम दिए है उनमेसे हर मंदिर की एक रोचक कहानी है, उसका अपना अलग इतिहास है। जैसे की Shirdi Sai Baba Temple – शिर्डी का साईं बाबा का मंदिर।
शिर्डी का साईं बाबा मंदिर – Shirdi Sai Baba Temple
वैसे तो पुरे राज्य में साईं बाबा के मंदिर है लेकिन शिर्डी में जो साईं बाबा का मंदिर है सब मंदिरों से अलग है क्यों की शिर्डी का साईं बाबा का मंदिर बनने से पहले साईं बाबा इस छोटेसे गाव में रहते थे।
शिर्डी के साईं बाबा किसी आम इन्सान की तरह ही रहते है, लेकिन वे जिस तरह के कपडे पहनते थे उसे देखकर लोग उन्हें फ़क़ीर भी कहते।
साईं बाबा एक महान अध्यात्मिक गुरु थे उनके पास में कई सारी अद्भुत शक्तिया थी। लेकिन वे कभी भी उन चमत्कारिक शक्तियों को दिखाते नहीं थे। लोगो का ऐसा मानना है की शिर्डी के साईं बाबा भगवान का अवतार है।
उन्होंने जो काम किये थे वैसे काम साधारण व्यक्ति बिलकुल नहीं कर सकता है। उनके शिर्डी में स्थित साईं बाबा मंदिर की सारी जानकारी हम आपको इस लेख में आगे दे रहे हैं।
साईं बाबा का प्रसिद्ध और पवित्र मंदिर महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के शिर्डी शहर में स्थित है। साईं बाबा का यह मंदिर मुंबई से सिर्फ़ 300 किमी की दुरी पर है। शिर्डी के साईं बाबा अध्यात्मिक गुरु थे और हिन्दू और मुस्लीम सभी उनके भक्त थे।
साईं बाबा शिर्डी जैसे बहुत ही छोटेसे गाव में रहते थे और उस समय इस गाव को ज्यादातर लोग जानते भी नहीं थे। साईं बाबा किसी मुस्लीम फ़क़ीर की तरह ही रहते थे और एक मुस्लीम फ़क़ीर के जैसे ही कपडे पहनते थे लेकिन उन्हें हिन्दू धर्म के सभी धर्मं ग्रंथ का पूरा ज्ञान था।
साईं बाबा सभी धर्म और जाती के लोगो को समान ही मानते थे और उनमे कोई भेदभाव नहीं करते थे। शिर्डी में साईं बाबा ने कई सारे चमत्कार किये थे, उन्होने कितने चमत्कार किये थे कोई गिन भी नहीं सकता।
आज उन्हें समाधी लेने के सौ साल बाद भी पहले से कई अधिक लोग अपना गुरु मानते है, समय के साथ साथ हर दिन उनकी प्रसिद्धि बढती ही जा रही है।
जीन लोगो को अध्यात्मिक जीवन में रुची है उनके लिए तो शिर्डी के साईं बाबा सबसे बड़े प्रेरणा स्रोत है। उन्होने उस समय में हिन्दू और मुस्लीम लोगो की एकता बनाये रखने में जो काम किया था उसकी तुलना किसी से भी नहीं की जा सकती और उस समय ऐसा करना जरुरी भी था क्यों की उस समय देश अंग्रेजो की गुलामी में था।
आज सभी धर्म के लोग शिर्डी में साईंबाबा के दर्शन करने के लिए आते है। शिर्डी में गुरुवार का दिन सबसे खास दिन होता है और इस दिन कई सारे भक्त साईं बाबा के दर्शन करने के लिए आते है।
महाराष्ट्र के लोगो की प्रमुख देवता शिर्डी के साईं बाबा है और इसीलिए महाराष्ट्र में इस मंदिर का जो स्थान है बहुत ही उच्च है। शिर्डी के साईं बाबा का मंदिर इतना प्रसिद्ध है की पूरी दुनिया के लोग इस मंदिर को जानते है। साईं बाबा का आशीर्वाद पाने के लिए दुनिया के हर कोने से भक्त यहाँ आते रहते है।
शिर्डी का साईं बाबा समाधी मंदिर – Sai Baba Samadhi Temple of Shirdi
शिर्डी शहर महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में स्थित है। सभी लोग शिर्डी को जानते है क्यों की इसी शहर में साईं बाबा मंदिर है और इसी जगह पर 19 वी सदी में साईं बाबा रहते थे। पूरी दुनिया में साईं बाबा के भक्त है और सभी बाबा का आशीर्वाद पाने के लिए यहाँ आते है।
शिर्डी के साईं बाबा मंदिर इतिहास – Shirdi Sai Baba Temple History
ऐसा कहा जाता है जब साईं बाबा शिर्डी के आये थे तो उस वक्त वे 16 साल के थे और उसके बाद साईं बाबा शिर्डी में ही रहते थे और सन 1918 में उन्होंने शिर्डी में समाधी ली। लेकिन साईं बाबा का असली नाम क्या है, उनका जन्म कब और कहा हुआ था इसके बारे में किसी को भी कुछ पता नहीं।
हररोज शिर्डी में साईं बाबा की आरती, पूजा और उसके बाद में अभिषेक किया जाता है। इसके अलावा भी इस मंदिर में पुरे साल में कई तरह से साईं बाबा की पूजा की जाती है और बहुत सारे त्यौहार मनाये जाते है।
शिर्डी के मंदिर में साईं बाबा की जो मूर्ति है वह बहुत ही सुन्दर है। साईं बाबा की मूर्ति को देखने के बाद हर भक्त के मन को शांति और आनंद की अनुभूति होती है। कभी कभी मंदिर में भक्त बड़ी संख्या में आते है तो ऐसे समय मे भक्तों को साईं बाबा के दर्शन करने के लिए 10 से 12 घंटो तक कतार में खड़ा रहना पड़ता है।
शिर्डी की विशेषताए – Characteristics of Shirdi
शिर्डी इतना प्रसिद्ध इसीलिए है क्यों की यहापर आनेवाले हर भक्त की इच्छा पूरी हो जाती है। हर साल लोग साईं बाबा कुछ ना कुछ मांगते है और जब उनकी मन की इच्छा पूरी हो जाती है तो लोग साईं बाबा के दर्शन करने के लिए जरुर आते है।
जो लोग बीमार होते है उन्हें पूरा विश्वास रहता है की शिर्डी में जाकर साईं बाबा के दर्शन करने से उनकी सारी बीमारी ख़तम हो जाती है।
जो लोग बीमार होते है उन्हें साईं बाबा की धुनी दी जाती क्यों की साईं बाबा की धुनी बहुत ही चमत्कारिक होती है जिसे लेने के बाद भक्त की सारी बीमारी ख़तम हो जाती है। साईं बाबा की यह धुनी आज भी चोबीसो घंटे जलती रहती है।
समाधी लेने से पहले साईं बाबा ने अपने भक्तों को वचन दिया था की वे समाधी लेने के बाद भी समाधी स्थल में रहेंगे और अपने भक्तों पर हमेशा कृपादृष्टि बनाये रखेंगे। जब भी कोई भक्त दुखी होता है, निराश होता है तो अपने दुःख और परेशानी को दूर करने के लिए वो जरुर शिर्डी में आता है और साईं बाबा उसके सारे कष्ट दूर करते है।
शिर्डी के साईं बाबा का मंदिर इतना अद्भुत है की कोइ भी भक्त आने के बाद उसे शिर्डी में शांति और आनंद की अनुभूति होती है।
शिर्डी के मंदिर तक कैसे पहुचे? – How to reach Shirdi Sai Baba Temple
शिर्डी में आने के लिए सभी तरह की सुविधाए उपलब्ध है। कोई भी भक्त बस या निजी टैक्सी से शिर्डी में आ सकता है।
रेलवे स्टेशन: शिर्डी में आने के लिए रेल की भी सुविधा उपलब्ध है। शिर्डी में भी एक रेलवे स्टेशन है इसीलिए कोई भी मनमाड या नाशिक रोड स्टेशन से शिर्डी तक बड़ी आसानी से आ सकता है।
निकटतम हवाई अड्डा: नाशिक का हवाई अड्डा शिर्डी से केवल 100 किमी की दुरी पर है। औरंगाबाद हवाई अड्डा भी शिर्डी से केवल 125 किमी की दुरी पर है।
मंदिर खुला रहना का समय – Best time to Visit Shirdi Sai Baba Temple
साईं बाबा का मंदिर हररोज सुबह 5 बजे से रात 10 बजे तक भक्तों के लिए खुला रहता है। इस समय के बीच में कोई भी भक्त साईं बाबा के दर्शन कर सकता है।
शिर्डी के साईं बाबा को सभी धर्म के लोग मानते है विशेष रूप से हिन्दू धर्म और मुस्लीम धर्म के लोग। साईं बाबा के इस धुनी की एक और खास बात यह भी है उनकी धुनी दिन रात जलती रहती है और यह धुनी कभी भी बंद नहीं होती।
यह सब कुछ सुनने में अजीब लगता है लेकिन असल में यही सच्चाई है। पूरी दुनिया में इस तरह की अद्भुत धुनी कही भी देखने को नहीं मिलती। इसीलिए साईं बाबा के हर भक्त ने जीवन में एक बार जरुर शिर्डी में आना चाहिए और साईं बाबा का आशीर्वाद लेना चाहिए।