चैत्र नवरात्रि के पांचवें दिन मां दुर्गा के पांचवे रूप स्कंदमाता की पूजा होती है। मां स्कंदमाता को ज्ञान, शक्ति और बुद्धि की देवी माना जाता है। भगवान स्कंद कुमार (कार्तिकेय) की माता होने के कारण मां दुर्गा के इस पांचवें स्वरूप को स्कंदमाता नाम प्राप्त हुआ है। भगवान स्कंद बालरूप में माता की गोद में बैठे होते हैं। कहा जाता है कि स्कंदमाता भक्तों की समस्त कामनाओं को पूरा करती हैं। संतान की कामना करने वालों को मां के इस स्वरूप की पूजा करनी चाहिए।
मान्यता है कि मां स्कंदमाता को केसर की खीर अत्यंत प्रिय है। अर्थात केसर की खीर का भोग लगाने से माता प्रसन्न होती हैं। भोग लगाने के बाद प्रसाद को घर के सदस्यों में बांटा भी जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि केसर की खीर को कैसे बनाया जाता है…
केसर की खीर बनाने के लिए सामग्री
चावल – आधा कप
घी – 1 बड़ा चम्मच
दूध – एक लीटर (फुल क्रीम दूध ज्यादा बेहतर होता है)
चीनी – 1/2 कप या स्वादानुसार
केसर – 10 से 12 धागे
बादाम – 12 से 14 (कटे हुए)
किशमिश – दो बड़े चम्मच
इलायची- 3 से 4 (पिसी हुई)
केसर की खीर बनाने की विधि
– सबसे पहले चावल को अच्छे से धोकर आधा घंटे (30 मिनट) के लिए भिगो दें।
– अब एक बर्तन (जिसमें खीर बना सकें) में घी गरम करें।
– इसमें बादाम और किशमिश को डालकर हल्का सुनहरा होने तक भूनें।
– इसके बाद बादाम और किशमिश निकाल लें और एक तरफ रख दें।
– इसके बाद उसी बर्तन में भिगोए हुए चावल डालें और 2-3 मिनट तक भूनें।
– आखिर में दूध डालें। आंच धीमी कर उबाल आने दें।
– अब 30-35 मिनट तक या जब तक चावल नरम पक जाएं तब तक पकाएं।
– अब चीनी और इलायची पाउडर डालें और अच्छी तरह मिलाएं।
– केसर के धागों को थोड़े से गर्म दूध में भिगोकर खीर में डालें।
– धीमी आंच पर 5 से 10 मिनट तक पकाएं। इस दौरान बीच-बीच में चलाते रहें।
– बादाम और किशमिश से गार्निश करें और गरमागरम परोसें।