बिना शर्त के प्यार क्या होता है, यह आप हमारी मांओं से जान सकते हैं। मां हमें जिंदगी देने के साथ जीवनभर प्यार और सीख देती हैं। अगर हम अपनी बिजी लाइफ से एक पल निकालें और सोचे कि आज हम जो कुछ भी बन पाए हैं, उसके पीछे हमारी मांओं का कितना बड़ा हाथ है। हालांकि, हमारी मां के बलिदानों को सम्मान देने के लिए एक दिन काफी नहीं है, लेकिन फिर भी दुनियाभर में मई के दूसरे रविवार को हर साल मदर्स डे मनाया जाता है ताकि मांओं के उस प्यार को सम्मान दिया जाए, जो वह जिंदगी भर हम पर न्योछावर करती हैं। इस साल ये खास दिन 14 मई को मनाया जा रहा है।
हर वर्ष मई महीने के दूसरे रविवार को विश्व भर में मदर्स डे (Mother’s day) मनाया जाता है। मां को समर्पित ये दिन इस बार 14 मई को मनाया जाएगा। आखिरकार मां ही वो इंसान है, जो जन्म देने से लेकर हर सुख-दुख में अपने बच्चे के साथ हमेशा खड़ी रहती है। इसी वजह से मां की अहमियत को शब्दों में बयां कर पाना किसी के लिए भी आसान नहीं होता है।
वैसे तो किसी एक दिन को मां के नाम समर्पित करना, किसी के लिए भी काफी नहीं होता है। इसके बावजूद मां के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए इस दिन को सेलिब्रेट किया जाता है। तो आइए मदर्स डे के इस मौके पर हम आपको बताते हैं कि आखिर मातृत्व दिवस मनाने के पीछे की वजह क्या है और इसको कब से मनाया जा रहा है।
मदर्स डे का इतिहास । Mother’s Day History
माना जाता है कि ये मातृत्व के उत्सव को मनाने वाला एक प्राचीन यूनानी और रोमन त्योहार है, जिसमें मातृदेवी रिया की पूजा की जाती थी। जिसके बाद ईसाई धर्म ने भी मदर मैरी को सम्मान देने के लिए इसे अपनाया। इस त्योहार का नाम “मदरिंग संडे” रखा गया।मातृत्व दिवस मनाने की शुरुआत अमेरिकन महिला एना जॉर्विस ने की थी। एना जॉर्विस ने मदर्स डे की नींव रखी, लेकिन मदर्स डे को मनाने की शुरुआत औपचारिक रूप से 9 मई 1914 को अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति वुड्रो विल्सन ने की थी। उस समय अमेरिकी संसद में कानून पास करके हर साल मई महीने के दूसरे संडे को मदर्स डे मनाने का फैसला लिया गया। तब से अमेरिका, यूरोप और भारत सहित कई देशों में मदर्स डे धूमधाम के साथ मनाया जाने लगा।
महत्व । Importance
हम सभी के जीवन में मदर्स डे का बड़ा महत्व है, क्योंकि यह हमारी मां को समर्पित एक खास दिन होता है, जिनकी हमारे दिलों में एक बेहद खास जगह होती है। भारत में इस दिन को मई के दूसरे रविवार को मनाया जाता है। जबकि बाकि देशों में इसे साल के अलग-अलग दिन सेलिब्रेट किया जाता है।