नैनीताल। देवभूमि उत्तराखंड अपनी सुन्दरता, स्वच्छ आबो हवा, फल फूल और जड़ी बूटियों के लिए दुनियाभर में जाना जाता है। उत्तराखंड में कई ऐसे फल भी उगते हैं, जो स्वाद में तो लाजवाब होते ही हैं साथ ही शरीर के लिए भी बेहद लाभदायक होते हैं। आज हम आपको ऐसे ही एक फल के बारे में बताने जा रहे हैं, जो कई तरह की बीमारियों के लिए रामबाण है। हम बात कर रहे हैं उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में मिलने वाले प्लम की।
उत्तराखंड के नैनीताल जिले की रामगढ़ फल पट्टी अपने फलों के लिए जानी जाती है। यहां कई तरह के मौसमी फल उगते हैं। इन्हीं में से एक फल प्लम भी है। जो शरीर में विटामिन सी की कमी को पूरा करता है। साथ ही डायबिटीज, दिल की बीमारियों में लाभदायक है। साथ ही यह इन्सुलिन और ऑक्सीजन को खून में लेवल में रखता है।
उत्तराखंड के नैनीताल स्थित डीएसबी कॉलेज के वनस्पति विज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ। ललित तिवारी ने लोकल 18 से खास बातचीत के दौरान बताया कि पहाड़ों में पाया जाने वाला प्लम जिसे पुल्लम और आलूचा के नाम से भी जाना जाता है। यह अमेरिका का प्रसिद्ध फल है। साथ ही यह यूरोप का नेटिव है। यह फल उत्तराखंड, हिमाचल, और पंजाब के कुछ इलाकों में उगता है। उन्होंने बताया की यह फल मई, जून और जुलाई सिर्फ तीन महीने मिलता है। प्लम के प्रति 100 ग्राम में 46 कैलोरी ऊर्जा, 0.3% फैट, 15% पोटेशियम, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, शुगर, प्रोटीन, विटामिन सी, आयरन, विटामीन मिलते हैं।

सुबह के समय प्लम खाना है लाभदायक
पहाड़ों में सिर्फ तीन महीने मिलने वाला ये फल सेहत के लिए रामबाण है। आलूबुखारा प्रजाति का प्लम स्वाद में खट्टा होता है। साथ ही विटामिन सी का अच्छा स्रोत है। यह शरीर में इंसुलिन और ऑक्सीजन की मात्रा को बैलेंस करता है। साथ ही डायबिटीज में भी कारगर है। प्रोफेसर तिवारी बताते हैं कि प्लम सुबह के समय खाना बेहद लाभदायक है। जिससे दिनभर शरीर में ऊर्जा बनी रहती है। साथ ही शाम के समय ड्राई प्लम खाना ठीक रहता है। उन्होंने बताया कि बाजार में प्लम की चटनी, कैंडी, अन्य कई रूपों में प्लम मिलता है, जो स्वाद में लाजवाब होने के साथ ही स्वास्थ के लिए लाभदायक भी है।