इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2023 के लीग मुकाबले खत्म होने वाले हैं। तीन टीमों ने प्लेऑफ के लिए क्वालिफाई कर लिया है। इनमें गुजरात टाइटंस पहले नंबर पर, चेन्नई सुपर किंग्स दूसरे और लखनऊ सुपर जाएंट्स तीसरे पर है। गुजरात फिलहाल 18 अंक के साथ पहले स्थान पर है, चेन्नई और लखनऊ दोनों के 17-17 अंक हैं, लेकिन लखनऊ से बेहतर रन रेट की वजह से चेन्नई की टीम दूसरे स्थान पर है। क्रुणाल की टीम तीसरे स्थान पर रही। चौथे स्थान के लिए आज टीम मिल जाएगी। महेन्द्र सिंह धोनी की कप्तान वाली टीम चेन्नई ने इस सीजन बहुत अच्छा खेली है जिससे टीम ने दूसरे स्थान पर रहकर लीग मुकाबले खत्म किए। ऐसे में एक अजब संयोग बन रहा है, जिसके मुताबिक चेन्नई सुपर किंग्स की टीम इस सीजन 10वां फाइनल खेल सकती है।
दरअसल, जब से आईपीएल में प्लेऑफ वाला फॉर्मेट आया है, तब से लेकर अब तक 12 सीजन में लीग राउंड में पॉइंट्स टेबल में दूसरे स्थान पर रहने वाली टीम फाइनल में जरूर पहुंची है।
आईपीएल में यह प्लेऑफ वाला फॉर्मेट 2011 में आया था। तब से 2011 में सीएसके, 2012 में कोलकाता नाइट राइडर्स, 2013 में मुंबई इंडियंस, 2014 में कोलकाता नाइट राइडर्स, 2015 में मुंबई इंडियंस, 2016 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, 2017 में राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स, 2018 और 2019 में सीएसके, 2020 में दिल्ली कैपिटल्स, 2021 में सीएसके और 2022 में राजस्थान की टीम दूसरे स्थान पर रहकर प्लेऑफ में पहुंची थी और सभी ने फाइनल के लिए क्वालिफाई किया था। ऐसे में इस सीजन चेन्नई की टीम ने दूसरे स्थान पर रहते हुए लीग राउंड को खत्म किया। ऐसे में देखने वाली बात होगी कि टीम फाइनल में पहुंच पाती है या नहीं। लेकिन संयोग के मुताबिक धोनी की टीम का फाइनल में जाना तय है। 2018 और 2021 में सीएसके ऐसा करते हुए ट्रॉफी पर भी कब्जा जमाया था। ऐसे में सीएसके के पास एक बार फिर चैंपियन बनने की भी मौका है।
उल्लेखनीय है कि चेन्नई सुपर किंग्स प्लेऑफ में पहुंचने वाली सबसे सफल टीम है। टीम अब तक अपने 14 सीजन में से 12 बार प्लेऑफ में पहुंची है। 2016 और 2017 में चेन्नई टीम सस्पेंड थी। टीम 2010, 2011, 2018 और 2021 में चैंपियन बनी थी, जबकि 2008, 2012, 2013, 2015 और 2019 में टीम रनर-अप रही थी। यह सारी कामयाबी चेन्नई ने एमएस धोनी की कप्तानी में हासिल की है।
प्लेऑफ फॉर्मेट
आईपीएल में यह प्लेऑफ वाला फॉर्मेट 2011 में आया था। लीग राउंड में शीर्ष पर रहने वाली चार टीमें प्लेऑफ में पहुंचती हैं। प्लेऑफ में क्वालिफायर-1, एलिमिनेटर, क्वालिफायर-2 के बाद फाइनल खेला जाता है। ग्रुप स्टेज में शीर्ष दो स्थानों पर रहने वाली टीमों के बीच क्वालिफायर-1 खेला जाता है। क्वालिफायर-1 जीतने वाली टीम सीधे फाइनल में प्रवेश कर जाती है। तीसरे और चौथे स्थान पर रहने वाली टीमों के बीच एलिमिनेटर मुकाबला खेला जाता है। एलिमिनेटर में जीतने वाली टीम क्वालिफायर-1 हारने वाली टीम के साथ क्वालिफायर-2 में खेलती हैं। वहीं एलिमिनेटर में हारने वाली टीम का सफर समाप्त हो जाता है। इस तरह क्वालिफायर-1 और क्वालिफायर-2 की विजेता टीमों के बीच फाइनल खेला जाता है।