बाजार में निवेश के कई साधन मौजूद हैं। निवेशक अपने अपने हिसाब से इन साधन में पैसा निवेश कर लाभ कमा रहा है। इन्हीं निवेश में एक ऐसा भी निवेश है, जो निवेशकों को हर महीने एक एकमुश्त राशि प्रदान कर रहा है। अगर आप भी हर महीने कमाई का साधान बनाना चाहते हैं तो इस स्कीम में निवेश कर सकते हैं।
एसबीआई एन्युटी स्कीम हैं जबरदस्त फायदे
जी, हां हम बात तक कर रहे हैं देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई द्वारा चलाई जा रही SBI एन्युटी स्कीम के बारे में। एसबीआई एन्युटी स्कीम में निवेशक को एक बार में यानी एकमुश्त राशि जमा करनी होती है। उसके बाद ग्राहक को हर महीने मूल राशि के साथ मासिक ब्याज मिलता है। खास बात यह है कि यह ब्याज हर तीन महीने में खाते में बची राशि पर कंपाउंडिग के आधार पर कैलकुलेट किया जाता है। इस स्कीम पर मिलने वाला ब्याज फिक्स्ड डिपॉज़िट दर के सामान होता है। यहां पर निवेश की अधिकतम सीमा निर्धारित नहीं है।
एसबीआई एन्युटी स्कीम की ब्याज दरें
मौजूदा समय एसबीआई एन्युटी स्कीम की 2 करोड़ रुपये कम जमा राशि पर ब्याज दरों पर नजर डालतें तो यह हर निवेश सीमा की अवधि पर अलग-अलग है। एसबीआई के मुताबिक,
स्कीम की अवधि>>आम लोग की ब्याज दर>> वरिष्ठ नागरिकों की ब्याज दर
7 दिन से 45 दिन>>3.00>>3.50
46 दिन से 179 दिन>>4.50>>5.00
180 दिन से 210 दिन>>5.25>> 5.75
211 दिन से 1 साल>>5.75>>6.25
1 साल से 2 साल>>6.80>>7.30
2 साल से 3 साल>>7.00>>7.50
3 साल से 5 साल>>6.50>>7.00
5 साल से 10 साल>>6.50>>7.50 फीसदी का ब्याज मिल रहा है।
इतनी है न्यूनतम निवेश राशि
एसबीआई एन्युटी स्कीम की न्यूनतम निवेश राशि 1000 रुपये रखी गई है, जबकि इसकी अधिकतम निवेश राशि की कोई लिमिट नहीं है। यहां पर निवेश अपनी आय के हिसाब से जितना चाहे निवेश कर सकता है। लोग इस स्की पर 3 साल, 5 साल, 7 साल और 10 साल की अवधि पर निवेश कर सकते हैं।
पहली तारीख को होता है भुगतान
एसबीआई एन्युटी स्कीम में एकमुश्त राशि जमा होने बाद उसके अगले महीने से निवेशक को मंथली भुगतान मिलने लगता है। यह भुगतान अगले महीने की पहली तारीख में होता है। इस डिपॉज़िट पर ग्राहकों को एक यूनिवर्सल पासबुल जारी किया जाता है।
जमा राशि पर लोन
कुछ खास मामले में ही बैंक एन्युटी के 75 फीसदी तक की राशि पर ओवरड्राफ्ट और लोन प्रदान कर सकता है। ओवरड्राफ्ट और लोन के डिसबर्सल के बाद एन्युटी राशि सिर्फ लोन अकाउंट में जमा की जाएगी।
मौत पर होने पर प्रीमैच्योर क्लोजर
इसके अलावा अगर किसी भी जमाकर्ता की मृत्यु हो जाती है तो प्रीमैच्योर क्लोजर हो सकता है। प्रीमैच्योर क्लोजर 15 लाख रुपय की जमा तक लागू है। इस स्कीम को एसबीआई के किसी भी ब्रांच में ट्रांसफर किया जा सकता है। केवल इंडिविजुअल डिपॉजिटर ही नॉमिनेशन की सुविधा का लाभ ले सकते हैं।