लखनऊ। राजधानी लखनऊ के गोमती तट स्थित आद्य शंकराचार्य आश्रम में पुरूषोत्तम मास के अंतिम दिन बुधवार को शिवार्चन के साथ रूद्राभिषेक व पुरूषोत्तम यज्ञ संपन्न हुआ। हर और हरि (भगवान शंकर व श्रीहरि विष्णु) दोनों की दिव्य कृपा प्राप्ति के लिए पुरूषोत्तम अर्चन यज्ञ एवं शिवार्चन किया जाता है।
कार्यक्रम स्थल पर सबके लिए अलग-अलग चौकी स्थापित की गयी थी, जहां बैठकर यजमानों ने रूद्राभिषेक किया। रूद्राभिषेक के बाद पुरूषोत्तम यज्ञ में सभी पत्रकारों ने आहुतियां डाली। शंकराचार्य आश्रम बीकेटी के आचार्य की देखरेख में बटुकों ने शिवार्चन व पुरूषोत्तम यज्ञ संपन्न कराया। यज्ञ संपन्न होने के बाद महाप्रसाद की भी व्यवस्था थी।
वरिष्ठ पत्रकार पीएन द्विवेदी ने बताया कि 18 जुलाई से चल रहा मलमास अथवा अधिमास आज समाप्त हो गया। चंूकि इस महीने को अपनाते हुए श्रीहरि विष्णु इसे अपना नाम ‘‘पुरुषोत्तम मास’’ दिया, इसलिए इस माह भगवान विष्णु की विशेष आराधना होती है।
पीएन द्विवेदी ने बताया कि इस बार का मलमास 19 साल बाद अद्भुत संयोग के साथ आया था। यह पवित्र सावन के महीने में रहा इसलिए पूरे अधिकमास में श्रीहरि विष्णु के अलावा भगवान शंकर की भी आराधना की गई।
इस अनुष्ठान में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अवनीश त्यागी, प्रदेश प्रवक्ता आनन्द दुबे व हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव, राजीव श्रीवास्तव, सुमंत पांडेय, बृजनन्दन राजू, राघवेन्द्र सिंह, विवेक त्रिपाठी, राघवेन्द्र पाण्डेय, भौमेन्द्र शुक्ला, दिलीप शुक्ला, सुरेन्द्र अग्निहोत्री आदि उपस्थित रहे। प्रारम्भ में आद्य शंकराचार्य आश्रम के अध्यक्ष हिमांशु शेखर अवस्थी ने सभी यजमानों का स्वागत किया।