बिजनेस कई प्रकार के शुरू किए जा सकते हैं। इसमें तीन प्रकार प्रमुख हैं। पहला छोटी पूंजी वाला बिजनेस। दूसरा मध्यम पूंजी वाला बिजनेस और तीसरा और आखिरी उच्च पूंजी वाला बिजनेस है। वैसे तो आर्दश बिजनेस शुरू करने की परिभाषा यह कहती है कि किसी भी व्यापार की शुरुआत कम लागत से करनी चाहिए, ताकि घाटा होने पर उससे हानि ना हो। अगर आप कोई व्यापार खोलने का प्लान बना रहे हैं और समक्ष नहीं आ रहा है कि कौन से बिजनेस में कमद रखा जाए जो पूरे साल मांग बनी रहे है तो हम तो कहेंगे खाने पीने की व्यापार इस वक्त काफी बूम मचाए हुए है। इतना हीं नहीं, जब सोशल मीडिया का जमाना आ गया है, तो यह उद्योग और तेजी पर बढ़ रहा है। आप चाहें तो खुद अपने व्यापार की यहां पर ब्रांडिंग करके महीने लाखों रुपये कमा सकते हैं।
लखनऊ में रेस्टोरेंट खोलने पर ग्रोथ की संभावना अधिक
इस वक्त खाने पीने का व्यापार काफी तेजी से ग्रोथ कर रहा है। चाहें छोटा रेस्टोरेंट खोलकर इस व्यापार पर कदम रख सकते हैं। वैसे तो खाने पाने के व्यापार में कई सेगमेंट होते हैं। यह आप निर्भर है कि आप किसी खाने पाने के सेगमेंट में कदम रखा चाहते हैं। देश में रेस्टोरेंट उद्योग तेजी से बढ़ने वाला उद्योग है, इसकी मुख्य वजह यह है कि तेजी शहरीकरण हो रहा है। लोगों की जीवनशैली में बदलाव हो रहा है। लोगों की आमदनी बढ़ रही है और जनसंख्या में भी इजाफा हो रहा है। इन सबको देखते हुए अगर रेस्टोरेंट के कारोबार में कदम रखते हैं तो यकीन मानिये आप आने समय में महीने में लाखों रुपये की कमाई कर सकते हैं। और अगर यह व्यापार यूपी की राजधानी लखनऊ में करते हैं तो इसके बढ़ने के चांस काफी अधिक है,क्योंकि लखनऊ को नवाबों के शहर के साथ खाने पीने का भी शहर कहा गया है। यहां की गलियां स्वादों से भरी हुई हैं। तो आईये जानते हैं कैसे रखें छोटा रेस्टोरेंट में कदम…।
जगह की तालाश करें
छोटा रेस्टोरेंट खोलने के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है, जिसकी जगह। अगर आप रेस्टोरेंट उस जगह पर है, जहां लोगों को आना जाना अधिक है तो यहां पर इसके चलने के संभावनाएं अधिक बन जाती है। रेस्टोरेंट की जगह का चुनाव करते हुए यह ध्यान में रखें कि यह मेन मार्केट, चौक चौराहे, शॉपिंग कंपलेक्स, ऑफिस के अगल-बगल, कॉलेज कोचिंग, एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन या फिर कोई होटल हो।
अपने रेस्टोरेंट की मार्केटिंग करें
व्यापार कोई भी उसकी मार्केटिंग सबसे ज्यादा जरूर होती है। अगर आप छोटा रेस्टोरेंट खोल रहे हैं तो उसकी भी मार्केटिंग जरूरी है। मार्केटिंग लोगों को यह पता चल जाता है कि उन्हें क्षेत्र में कोई नई चीज आने वाले है या फिर खुलने वाली है। साथ प्रोडेक्ट और सर्विस की भी जानकारी मिल जाती है। मार्केटिंग के लिए आप पेंपलेट, सोशल मीडिया और सर्व का सहारा ले सकते हैं।
रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस
हर व्यापार के साथ छोटा रेस्टोरेंट के लिए भी रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस की जरूरत होती है। इसमें जीएसटी नंबर, Food Safety Authority से लाइसेंस, फायर सेफ्टी लाइसेंस साथ ही, नगर निगर ट्रेंड लाइसेंस लेना होता है। यह लाइसेंस एक साल के लिए वैध होता है। इन लाइसेंस के फीस राज्य व शहर के हिसाब से अलग होती है।
कच्चा माल, रसोई उपकरण और सामान की खरीद
छोटा रेस्टोरेंट के लिए कई सारे चीजों की जरूरत होती है। इसमें कच्चा माल, रसोई उपकरण के सामान की खरीद, इंटीरियर और बिजली की जरूरत है।
निवेश राशि
वैसे तो छोटे रेस्टोरेंट में भी निवेश की कोई सीमा नहीं हैं,आप अपनी हैसियत के हिसाब इतना चाहें, उतना निवेश कर सकते हैं। अगर आप लखनऊ में यह रेस्टोरेंट खोल रहे हैं तो आपको यहां 8 लाख लेकर 10 लाख रु. की जरूत होती है। तब जाकर आप एक अच्छा छोटा रेस्टोरेंट बिजनेस में कदम रख सके हैं।
कमाई
अगर आपका छोटा रेस्टोरेंट में लोगों को दिया जाने वाला खाना पाना लोगों को पंसद आ गया तो कमाई का अंदाजा नहीं लगा सकते हैं। वैसै भी खाने पीने के व्यापार में 50 फीसदी का मार्जिन होता है। हालांकि शुरुआत दौर में आप यहां महीने में 30 हजार रुपये लेकर 50 हजार रुपए तक ही कमाई कर सकें।