गर्मीयो के इस मौसम में हर कोई गर्मी से बचने के घरेलु उपाय ढूंढ़ता नजर आता है यही कहता नजर आता है “आज कितनी गर्मी है” है ना। वास्तव में अभी गर्मी की शुरुवात हुई है आगे और भी गर्मी का सामना करना पड़ेगा। ऐसी स्थिति में गर्मी से निजात पाने के लिए लोग काफी कुछ करते है। आप भी करते होंगे। पर हम कुछ ऐसे टिप्स बताने जा रहें हैं जिससे आप गर्मी के मौसम में भी हमेशा खिले रहें। आईये जानते है गर्मी से बचने के उपाए क्या हैं।
1.सिंथेटिक कपड़े कम पहने।
गर्मियो हमेशा कपड़ो का फैशन सर्दियों की अपेक्षा ज्यादा होता है। ज्यादातर गर्मियो में फ्लोरल तथा चमकदार कपड़ो का चलन ज्यादा होता है। ऐसे कपड़े बॉडी को ठंडा रखने में सहायक होते हैं क्योंकि गहरे रंग के कपड़े ताप को सोख लेते हैं जो की सबसे बड़ा गर्मी से बचने का तरीके में से एक है। सिंथेटिक कपड़ो की बजाय कॉटन या लिनन कपड़ो का प्रयोग ज्यादा करें क्योंकि सिथेंटिक कपड़े पसीने को नहीं सोखते।
इसके इलावा सिल्क के कपड़ो से भी दूर रहे क्योकि ये कपड़े धूप में आने से ओर ज्यादा गर्म हो जाते है जिससे बॉडी हीट बढ़ती है जब पसीना आता है तो ये फेब्रिक आपकी स्किन को चिपक जाता है जो अच्छा नही दिखता। एक गलती जो लोग करते है वह है कम कपड़े पहनना। यदि आपको लंबे समय तक सूर्य की रोशनी में रहना है तो कॉटन की पूरी बाजू के ही कपड़े पहने और ज्यादा टाइट कपड़े भी न पहनें।
2. ज्यादा ठंडे पानी से न नहाए
अपनी स्किन के तापमान को कम करने के लिए आप मशनकिये हुए आलू तथा गुलाब जल से बना मास्क अपने चेहरे पर लगायें इससे आपकी त्वचा फ्रेश महसूस करेंगी।
एलोवेरा जेल ऑयली स्किन के लिए बोहत अच्छी है ये आपकी स्किन को थोड़े समय में ही सुख देती है। यदि आपकी त्वचा ड्राई है तो इसे न लगाएं। गर्म पानी से न नहाएं।
इसके साथ ही ठंडे पानी से भी परहेज करें क्योंकि ठंडा पानी आपके शरीर के अंदरूनी तापमान को बड़ा देता है। क्योंकि आपकी बॉडी ताप को सरंक्षित करने के प्रयास में पसीने को नही बनने देता। गर्मियो में पसीना आना भी जरूरी है ये भी एक बॉडी कूलेंट का काम करता है। ठंडे ओर गर्म पानी की बजाय हल्के गुनगुने पानी से नहाएं। अगर ज्यादा पसीना आता है तो अपने कपड़े दिन में 2 या 3 बार जरूर बदलें क्योकि अधिक पसीना फंगल इन्फेक्शन पैदा करता है और गर्मी से एलर्जी (Garmi se allergy) तक हो सकती है जो आगे चलकर छालों का रूप ले लेती है।
3. सेंधा नमक का अधिक प्रयोग
जो लोग ज्यादातर बाहर काम करते है और उन्हें धूप में ज्यादा रहना पड़ता है उन्हें अपने शरीर को ठंडा रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी में थोड़ा निम्बू तथा सेंधा नमक मिलाकर थोड़े थोड़े टाइम बाद पीते रहना चाहिए इससे बॉडी हाइड्रेट रहेगी। ये भी गर्मी से बचने का टिप्स (Garmi se bachne ke tips) बहुत अच्छा है अगर आप एक्सरसाइज करते है तो भी अपने पास ये घोल रखे और सेवन करते रहें। सेंधा नमक बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह मासपेशियो में रक्तप्रवाह को बढ़ाता है और कोशिकाओं में तरल का सही स्तर बनाये रखता है।
यदि सुबह आप ज्यादा धूप में रहे ही ओर शाम को एक्सरसाइस का टाइम निकलना मुश्किल हो तो आप हल्की फुल्की घर पर ही एक्सरसाइज कर सकते है। जिसमे मुख्यतः पुशअप्स (push-ups), स्कवॉट्स (squats), प्लंक्स (planks), तथा पुल्लअप्प्स (pull-ups) शामिल हों। इनसे शरीर की सभी मुख्य मांसपेशियों कसरत होती है। हर तरह की कसरत शरीर मे ताप पैदा करती है। यदि आप खुद को कूल रखना चाहते है तो कसरत के बाद थोड़ी स्ट्रेचिंग तथा हल्का योगा बहुत बढ़िया साबित होगा।
4. लो फैट चीजो का अधिक सेवन करें
अक्सर सब कहते मिलते है की गर्मी में क्या खाएं क्योकि गर्मियो में खाने की चीजो से भी शरीर मे गर्मी हो जाती है ऐसे में आप पानी से भरपुर चीजो जैसे सेब तरबूज खीरा भरपूर मात्रा में लें। इसके साथ लोकी टमाटर तथा हरी सब्जियों को भी अपने खाने में शामिल करें। मांस मदिरा से तो बिल्कुल दूर रहें क्योकि इस प्रकार के भोजन को पचाने के लिए अधिक समय लगता है इससे थर्मोजेनेसिस पैदा होता है जो आपके अंदर गर्मी पैदा करता है। ग्रेवी वाली डिशेज, फ्राइड फ़ूड तथा मसले युक्त स्नैक्स के सेवन से बचें।
मीट के स्थान पर प्रोटीन के अन्य स्रोतों वाले खाद्यों जैसे दही तथा कम फैट वाले कॉटेज चीज का सेवन करें। इन्हें कूलिंग फ़ूड कहा जाता है। आप लस्सी या छाछ का सेवन भी कर सकते हैं इससे शरीर की अंदरूनी गर्मी से राहत मिलती है। इसके इलावा आप घर पर मोंगरे के पत्तो से शर्बत भी तैयार कर सकते हैं। जो आपके शरीर को ठंडा रखता है। कैफीन का सेवन कम कर दें क्योंकि कैफीन एक ड्यूरेटिक(मूत्रवर्धक) है और गर्मी में तो पहले ही आपके शरीर से बहुत पानी निकलता है।
गर्मियों के खतरे
जैसे जैसे गर्मी बढ़ती है उसके साथ ही गर्मी से होने वाले खतरे भी बढ़ने लगते हैं। अगर आप गर्मी से बचने के उपाए नहीं करते तो आप कई बीमारियों से ग्रसित हो सकते है। आइए जानते हैं कि गर्मियों में सबसे अधिक खतरा कैसे होता है और उसका तुंरत उपचार कैसे करें
डीहाइड्रेशन (Dehydration)
गर्मी के कारण आपकी body में पानी की कमी हो जाती है। ऐसा तब होता है जब आप काफी समय से काम मे व्यस्त है या ज्यादा body work करते है और आपने काफी समय से पानी नहीं पीया इससे गर्मी में डीहाइड्रेशन की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
- अपनी बॉडी को dehydration से बचने के लिए नियमित रूप से थोड़े थोड़े टाइम बाद पानी पीते रहें। अगर आपका गला बार बार सूख रहा है तो ये संकेत है कि आपकी body hydrate नहीं है।
- जिस दिन बहुत ज्यादा गर्मी है उस दिन जोरदार व्यायाम या अभ्यास से बचें क्योंकि इससे आपके शरीर का पानी जल्दी सूखता है।
- सुबह जल्दी और देर शाम जब ठंडक हो तभी भारी अभ्यास करें।
dehydration के संकेत
- ज्यादा पसीना आ जाना
- कमजोर या थका हुआ महसूस करना
- मिचली महसूस करना
- शरीर का तापमान बढ़ना
- त्वचा का रंग पीला पड़ना या चेहरा पिला पढ़ना
- बेहोशी आना
क्या करें
- अगर घर से बाहर हैं और डिहाइड्रेशन के संकेत मिलें तो किसी छायांकित ओर शांत जगह पर आराम करें।
- हो सके तो इलेक्ट्रॉल पेय अपने पास रखें और उसे समय समय पर पिएं।
- कॉर्बोनटेड और कैफीन युक्त पेय से बचें।
- यदि स्थिति नियंत्रित नहीं है तो 911 पर call करके और एम्बुलेंस को बुला कर हॉस्पिटल जाएं।
हीट स्ट्रोक (heat stroke)
ज्यादा गर्मी के कारण heat stroke की संभावना भी बढ़ जाती है जिसे लू लगना भी कहते है। कई बार धूप में ज्यादा देर तक रहने से धूप सिर पर लगातार पड़ते रहने से सिर ज्यादा गर्म हो जाने के कारण दिमाग मे गर्मी बढ़ जाती है और दिमाग मे ऑक्सीजन का प्रवाह काम हो जाता है और गर्मी की वजह से सिर दर्द होने लगता है जिससे हीट स्ट्रोक या लू लगना भी कहते हैं।
heat stroke के संकेत
- आंखों के आगे अंधेरा आ जाना
- एक दम से बेहोश हो जाना
- नाक में से खून बहना
- शरीर का तापमान एक दम से बढ़ जाना
- त्वचा का रंग लाल हो जाना या नीला हो जाना
क्या करें
- सकेंत मिलने पर किसी करीबी को जल्द बताएं ताकि आपको सम्भाल सके
- ठंडी जगह देखकर आराम करें।
- नार्मल पानी पियें
- उस व्यक्ति को ठंडे पानी से भिगोयें और तेज तेज पंखा करे।
- अगर स्थिति अनियंत्रित है तो 911 पर call करके हॉस्पिटल ले कर जाएं।
हीट रैशेस (heat rashes)
गर्मियों में पसीना अधिक आने के कारण शरीर की त्वचा पर भी असर होता है। पसीना शरीर पर आता रहता है और जमता रहता है जिसके कारण त्वचा पर कई बार खुजली कि होने लगती है और गर्मी से एलर्जी हो जाती है और लाल हो जाती है। कई बार ज्यादा खुजली करने के कारण बहुत लाल हो जाती है। शरीर की त्वचा पर चुभन सी होती है जिसके कारण इसे कांटेदार गर्मी भी कहा जाता है।
Heat rashes के लक्षण
- छोटे गुलाबी या लाल रंग की त्वचा या फिर छोटे छोटे दाने निकलना
- जलन, खुजली या त्वचा पर चुभन से महसूस होना
- ऐसा तब होता है जब शरीर का पसीना आसानी से वाष्पित नहीं हो पाता।
क्या करें
- जितना संभव हो सके त्वचा को साफ और शुष्क बना कर रखें इससे संक्रमण की संभावना कम होती है
- ठंडे पानी और कूलर की सहायता से शरीर का तापमान नियंत्रित करें।
- ढीले सूती कपड़े पहने।
- प्रभाव को कम करने के लिए विशेष प्रकार के lotions का प्रयोग करें
गर्मी में घर से बहार निकलते वक्त छाते का प्रयोग अवश्य करे घर से बाहर पानी या ठंडा शरबत पी कर ही बाहर निकले जैसे आम पन्ना और शिकंजी ज्यादा फायदे मंद है अगर तेज धुप में थे तो एक दम से ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए इन सब गर्मी से बचने के तरीको से आप खुद का गर्मी से बचाव कर सकते हैं।