बात है 2007 वनडे विश्व कप की। जहां बांग्लादेश और श्रीलंका से हारकर भारतीय टीम पहले राउंड में विश्व कप से बाहर हो गई थी। उस समय राहुल द्रविड़ ने अपनी कप्तानी से इस्तीफा दिया था। ऐसे में भारतीय टीम को एक मजबूत लीडर की तलाश थी। इसी दौरान युवा एमएस धोनी को कप्तानी सौंपी गई और धोनी का जादू दिखना शुरू हुआ। इसी साल धोनी की कप्तान में भारतीय टीम ने टी-20 विश्व कप के पहले संस्करण का खिताब जीता। बस इसी करिश्माई शुरुआत के बाद धोनी ने फिर कभी मुड़कर नहीं देखा। धोनी भारतीय टीम को जीत के शिखर पर लेकर गए और तीन आईसीसी ट्रॉफी भारतीय टीम को दिलाई। आज माही के 42वें जन्मदिन के अवसर पर उन्ही खास उपलब्धियां पर बात करते हैं…..
2007 विश्व कप
2007 वनडे वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का बुरा हश्र हुआ था। दिग्गजों खिलाड़ियों से सजी भारतीय टीम ग्रुप स्टेज में ही टूर्नामेंट से बाहर हो गई थी। हार से फैन्स में आक्रोश था और जगह-जगह खिलाड़ियों के पुतले फूंके जा रहे थे। टी-20 क्रिकेट का उस समय इंटरनेशनल क्रिकेट में जन्म ही हुआ था और आईसीसी ने इस फॉर्मेट में विश्व कप करवाने का एलान कर दिया था, जिसकी मेजबानी साउथ अफ्रीका को सौंपी गई थी।
वनडे वर्ल्ड कप के शर्मनाक प्रदर्शन के दाग को टी-20 में धो डालने का सुनहरा मौका था। फटाफट क्रिकेट के पहले विश्व कप से सीनियर खिलाड़ियों ने परहेज किया, तो सेलेक्टर्स ने युवा टीम खड़ी की, जिसकी अगुआई एमएस धोनी के हाथों में सौंपी गई। युवराज, हरभजन और सहवाग जैसे सरीखे प्लेयर्स के टीम में होने के बावजूद माही को कप्तानी दिए जाने के फैसले पर भी सवाल उठे। हालांकि, साउथ अफ्रीका की धरती पर धोनी ने युवा ब्रिगेड के साथ जो कमाल करके दिखाया, वो इतिहास के पन्नों में सुनहरे अक्षरों में लिख उठा।
2011 विश्व कप
2 अप्रैल 2011, यह तारीख भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक खास मुकाम रखती है। इस ऐतिहासिक दिन भारतीय टीम ने दूसरी बार आईसीसी वनडे विश्व कप का खिताब अपने नाम किया था। महेन्द्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम ने मुम्बई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए फाइनल मैच में श्रीलंका को हराकर इतिहास रच दिया था। धोनी ने अपनी स्टाइल में छक्का लगाकर मैच जिताया था। उन्होंने फाइनल में 79 गेंद पर 91 रन की नाबाद पारी खेली थी। फाइनल में वे प्लेयर ऑफ द मैच रहे। इसी के साथ भारतीय टीम ने 28 साल बाद वनडे विश्व कप पर कब्जा जमाया था। टीम ने पहली बार 1983 में कपिल देव (Kapil Dev) की कप्तानी में वनडे विश्वकप का खिताब जीता था। इसी के साथ धोनी 2 विश्व कप (World Cup) जीतने वाले पहले भारतीय कप्तान बने थे।
2013 चैंपियन ट्रॉफी
23 जून 2013 को एमएस धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम ने चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी। बर्मिंघम में खेले गए फाइनल मैच में भारतीय टीम ने महज 5 रनों के अंतर से मेजबान इंग्लैंड को मात दी थी। धोनी व्हाइट बॉल क्रिकेट में तीनों आईसीसी खिताब जीतने वाले दुनिया के इकलौते कप्तान हैं। धोनी के नाम टी-20 विश्व कप, वनडे विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी जीतने का रिकॉर्ड है।
एशिया कप में भी दो बार टीम बनी चैंपियन
एक कप्तान के तौर पर धोनी ने जहां विश्व कप में राज किया। वहीं, एशिया कप भी उनका दबदबा रहा। धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम ने दो बार एशिया कप का खिताब जीता। भारतीय टीम ने साल 2010 और 2016 में एशिया कप की ट्रॉफी एमएस धोनी की कप्तानी में जीती थी।
आईपीएल में पांच बार सीएसके को दिलाई ट्रॉफी
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के अलावा एमएस धोनी की कप्तानी का जलवा इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में देखना को मिला। धोनी की कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) ने पांच बार आईपीएल ट्रॉफी पर कब्जा जमाया है। धोनी की कप्तानी में सीएसके 2008 के शुरुआती आईपीएल सीजन में ही फाइनल में पहुंची थी। हालांकि खिताबी मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स से हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल 2010 के फाइनल में पहुंची। इस बार सीएसके खिताब जीतने में कामयाब रही। आईपीएल 2010 के फाइनल में सीएसके ने मुंबई इंडियंस को हराया। फिर आईपीएल 2011 के फाइनल मैच में चेन्नई सुपर किंग्स ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को शिकस्त देकर लगातार दूसरी बार खिताब अपने नाम किया। इसके बाद धोनी का कप्तानी में सीएसके ने 2018 में खिताब अपने नाम किया। फिर सीएसके ने आईपीएल 2021 का खिताब जीता। हाल में चेन्नई सुपर किंग्स ने आईपीएल 2023 का खिताब भी अपने कर लिया है। इसी के साथ चेन्नई ने मुंबई के सबसे ज्यादा पांच बार आईपीएल खिताब जीतने के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। महेन्द्र सिंह धोनी आईपीएल इतिहास के सबसे सफलतम कप्तान हैं।
ये ट्रॉफी की अपने नाम
2007 – टी-20 विश्व कप
2010 – आईपीएल
2010 – टेस्ट मेस
2010 – एशिया कप
2010 – चैंपियंस लीग टी 20
2011 – वनडे विश्व कप
2011 – टेस्ट मेस
2011 – आईपीएल
2013 – चैंपियंस ट्रॉफी
2014 – चैंपियंस लीग टी 20
2016 – एशिया कप
2018 – आईपीएल
2021 – आईपीएल
2023 – आईपीएल
42 साल के हुए माही
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी का आज 42 साल के हो गए। इस खास मौके पर खेल जगत के साथ-साथ फैंस उन्हें जन्मदिन की बधाई दे रहे हैं। धोनी का जन्म 7 जुलाई 1981 को रांची में हुआ था। क्रिकेट जगत में उन्होंने ऐसी छाप छोड़ी है कि आज भी लोग उन्हें मैदान पर खेलते हुए देखना चाहते हैं। फैंस उन्हें बहुत प्यार करते हैं।