भगवान शिव को समर्पित सावन की शुरुआत 4 जुलाई से हो चुकी है, जो 31 अगस्त को समाप्त होगा। सावन के महीने में इस बार 8 सोमवार पड़ने वाले हैं, जिससे भगवान भोलेनाथ की भक्ति करने का हम सब को ज्यादा अवसर प्राप्त होगा। इन आठ सोमवारों में से आज यानी 10 जुलाई को पहला सोमवार पड़ रहा है। सावन में सोमवार का विशेष महत्व होता है। सोमवार चन्द्र ग्रह का दिन होता है और चन्द्रमा के नियंत्रक भगवान शिव हैं। इसलिए इस दिन पूजा करने से न भगवान शिव की, बल्कि चन्द्र देव की कृपा भी मिल जाती है। सावन के हर सोमवार को विधि पूर्वक भगवान शिव की आराधना करने से तमाम समस्याओं से मुक्ति मिल जाती है।
पूजन विधि
सावन के सोमवार को स्नान आदि के बाद भगवान शिव के मंदिर जाएंं। मंदिर घर से नंगे पैर जाएं और घर से ही लोटे में जल भरकर ले जाएं। मंदिर जाकर शिवलिंग पर जल अर्पित करें। उसके बाद साष्टांग दंडवत प्रणाम करें। भगवान शिव के सामने खड़े होकर ओम नमः शिवाय मंत्र का 108 बार जाप करें। जो लोग इस दिन व्रत रखते हैं वह सिर्फ फलाहार करें और शाम के समय महादेव के मंत्रों का जाप करें और उनकी आरती करें। इसके बाद अगले दिन पहले अन्न वस्त्र का दान करें तब जाकर व्रत का पारायण करें।
शुभ मुहूर्त
सावन के पहले सोमवार का अभिजित मुहूर्त सुबह 11 बजकर 59 मिनट से दोपहर 12 बजकर 54 मिनट तक है। सावन के सोमवार के दिन प्रदोष काल में भगवान शिव की पूजा करने का विशेष महत्व माना जाता है। सावन के पहले सोमवार पर शाम की पूजा का शुभ मुहूर्त शाम को 5 बजकर 38 मिनट से 7 बजकर 22 मिनट तक है।
शिवलिंग पर क्या चढ़ाएं
सावन के सोमवार भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए शिवलिंग पर तरह-तरह की चीजें चढ़ाई जाती हैं। इस दिन शिवलिंग पर गंगाजल, बेलपत्र, गन्ने का रस, धतूरा, भांग, कपूर, दूध, चंदन, रूद्राक्ष और भस्म चढ़ाई जाती हैं। इससे भगवान भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं और भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करते हैं।
सावन के सोमवार पूजा का महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन का महीना भगवान शिव को अति प्रिय है और सप्ताह के 7 दिन में से सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित किया गया है। सोमवार के दिन बाबा भोलेनाथ की पूजा की जाती है। सावन के सोमवार में शिवजी की पूजा बड़ी ही फलदायी और मंगलकारी होती है। अगर कुंडली में विवाह का योग न हो या विवाह होने में अड़चनें आ रही हों तो सावन के सोमवार पर पूजा करनी चाहिए। अगर कुंडली में आयु या स्वास्थ्य बाधा हो या मानसिक स्थितियों की समस्या हो तब भी सावन के सोमवार की पूजा उत्तम होती है। सावन के महीने में सोमवार के दिन शिवलिंग की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है। इस दिन शिवलिंग पर जल अर्पित किया जाता है। इसके अलावा बेलपत्र, धतूरे व अन्य सामग्री चढ़ाते हैं। ऐसा करने से महादेव प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों को मनोकामना पूर्ति का आशीर्वाद प्रदान करते हैं