लखनऊ। 69000 शिक्षक भर्ती में नियुक्ति पाने से वंचित आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी नियुक्ति की मांग को लेकर दूसरे दिन बुधवार को भी इको गार्डन धरना स्थल पर डटे हुए हैं। यहां धरने पर बैठे अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक उनके मामले का निस्तारण नहीं होगा वह धरने से नहीं जाएंगे अभ्यार्थियों ने 11 अगस्त को विधानसभा और मुख्यमंत्री आवास घेराव की चेतावनी भी दी है।

अभ्यर्थियों का कहना है कि 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण का घोटाला हुआ था, जिसकी जांच के बाद मुख्यमंत्री योगी जी के आदेश पर विधानसभा चुनाव के दौरान विभाग ने 6800 दलित पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों की सूची जारी की थी लेकिन उन्हें अभी तक नियुक्ति नहीं मिली इस मांग को लेकर सभी अभ्यर्थी धरने पर बैठे हैं।


अभ्यर्थियों के हक अधिकार की लड़ाई लड़ रहे अमरेंद्र पटेल ने बताया कि 69000 शिक्षक भर्ती वर्ष 2018 में आयोजित की गयी थी। 21 जून 2020 को 69000 अभ्यर्थियों की चयन सूची आई जिसमें आरक्षण लागू करने में विसंगति की गई। जब विभाग ने मामले का संज्ञान नहीं लिया तो सभी चयन पाने से वंचित अभ्यर्थी अपनी शिकायत राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग में दर्ज कराई। लगभग एक वर्ष हुई सुनवाई के बाद 29 अप्रैल 2021 में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट किया कि पिछड़े वर्ग को नियमानुसार आरक्षण नहीं दिया गया हैै और ओबीसी उम्मीदवारों के अधिकारों का उल्लंघन हुआ है।

न्याय नहीं मिलने पर पिछड़े दलित वर्ग के अभ्यर्थियों के द्वारा आंदोलन शुरू किया गया कई महीने चले आंदोलन के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने मामले का संज्ञान लेकर अधिकारियों को आदेश दिया कि आरक्षण लागू कराने में हुई विसंगति को दूर करते हुए सभी को नौकरी दी जाए। अधिकारियों ने पीड़ित 6800 अभ्यार्थी की एक सूची तैयार की और नियुक्ति देने का वादा था लेकिन अभी तक न्याय नहीं मिल सका।
अमरेंद्र पटेल ने बताया कि इस मामले में वर्तमान बेसिक शिक्षा मंत्री जी से कई बार मुलाकात हुई लेकिन कोई सार्थक निष्कर्ष नहीं निकला, जिस कारण हम हताश परेशान हैं।

अमरेंद्र पटेल ने शासन प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि धरने में शामिल अभ्यर्थियों के एक प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात 10 अगस्त से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से कराई जाए और हमारे मामले का निस्तारण किया जाए उन्होंने यह भी कहा कि यदि उनकी मुलाकात मुख्यमंत्री से नहीं कराई जाती और मामले का निस्तारण नहीं होता है तो इस दशा में मजबूर होकर सभी 6800 अभ्यर्थियों के साथ वह मुख्यमंत्री आवास और विधानसभा का घेराव 11 अगस्त को करेंगे। अमरेंद्र पटेल ने बताया कि 10 अगस्त की रात तक लगभग 4000 अभ्यर्थी लखनऊ पहुंच जाएंगे 11 अगस्त की सुबह तक संख्या 6000 के करीब होगी।

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