शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर शहर के गांव चौडेरा गांव की रहने वाली मनीषा देवी जो आज किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। स्वयं सहायता समूह बनाकर महिलाओं को सशक्त बनाने के काम ने उनको अलग पहचान दिलाई।
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मनीषा देवी अपने इस सफर को याद करते हुए कहती है कि उनके चार बच्चे हैं और पति मजदूरी करते थे। इस कारण घर का भरण पोषण करना मुस्किल हो रहा था। परिवार की आर्थिक स्थिति लगातार खराब होती जा रही थी। जिसके चलते मनीषा देवी ने वर्ष 2017 से 2020 तक नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी का काम किया।
लेकिन उसमें भी कुछ खास सफलता नहीं मिली जिसके चलते वर्ष 2020 में मनीषा देवी ने नेटवर्क मार्केटिंग के काम को छोड़ दिया। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन को ज्वाईन किया और 12 महिलाओं के साथ मिलकर एक समूह बनाया।
मनीषा देवी खुद इस समय समूह सखी के पद पर कार्यरत है। उन्होंने अपने गांव में 30 समूह बनाकर करीब 400 महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया है। जो आज अपने पैरों पर खड़ी हैं। इससे न सिर्फ उन्हें रोजगार मिला बल्कि सभी की आर्थिक स्थिति भी ठीक हुई है।