उत्तर प्रदेश के बिजनौर के रहने वाले एक किसान ने अनूठी मिसाल पेश की है। मां-बाप की परेशानियों के कारण सेना में काम कर रहे इस युवक ने नौकरी छोड़कर गांव में जैविक खेती शुरू कर दी। इस कार्य से न सिर्फ उसे आर्थिक लाभ हो रहा है बल्कि वह आत्मनिर्भर भी हो रहा है। वीडियो लिंक
बिजनौर जिले के रहने वाले पूर्व सैनिक राहुल बताते है कि उन्हें नौकरी के दौरान पता चला कि उनके माता-पिता को कैंसर है। इसके बाद उन्होंने उनकी सेवा के लिए नौकरी छोड़ दी। घर आने के बाद इनकम के लिए उन्होंने जैविक खेती की ठानी और इसकी शुरुआत कर दी। उन्होंने 3 एकड़ जमीन में 3500 केले के पौधे लगाएं हैं। वहीं, 5 एकड़ की जमीन पर जैविक तरीके से गन्ना की खेती भी करते हैं।
वह बताते है कि एक सीजन में प्रत्येक पौधे से लगभग 24 किलो केला होता है। इस कार्य से उन्हें हर महीने 50 हजार रुपये तक का आर्थिक लाभ हो रहा है। इसके साथ ही वह क्षेत्र के किसानों को जैविक खेती की तकनीक भी सिखा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जैविक खेती से लोगों के स्वास्थ्य को काफी फायदा है। वह चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा किसान जैविक खेती करें। क्योंकि इसके फसलों के सेवन से लोग कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से बच सकते हैं।