श्रीनगर, गढ़वाल। जीवन में समस्याएं कितनी ही क्यों न आएं, अगर आपके अंदर दृढ़ संकल्प और चुनौतियों का डटकर सामना करने की इच्छा शक्ति है, तो एक न एक दिन न सिर्फ परेशानी खत्म होगी बल्कि आपकों एक सफल इंसान बनने से कोई नहीं रोक सकता। वीडियो लिंक
ऐसी ही एक कहानी है पौड़ी गढ़वाल स्थित बोसली गांव की सीमा देवी की। पति की मौत के बाद चार बच्चों की जिम्मेदारी संभालना सीमा देवी के लिए किसी चुनौती से कम न था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। जो काम मिला वो किया। कभी दिहाड़ी मजदूरी तो कभी दफ्तरों में टिफिन पहुंचाने का काम किया पर हार नहीं मानी। इसी बीच जब सीमा देवी को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के बारे में पता चला तो उन्होंने योजना का लाभ लेकर आत्मनिर्भर होने की ठानी। बद्रीनाथ स्वयं सहायता समूह से जुड़ आज वह पौड़ी शहर में बेकरी संचालित करती हैं।
सीमा देवी बताती है कि एनआरएलएम से जुड़ने के बाद उनकी आर्थिक स्थिति में बदलाव आया है। यहां एनआरएलएम द्वारा स्थापित बेकरी में वह काम करती हैं। उनके साथ 7 अन्य महिलाएं भी बेकरी का काम कर रही हैं। यहां क्रीम रोल, मफिन, कुकीज, ब्रेड के साथ कोदे के बिस्कुट और मोटे अनाजों की कुकीज भी तैयार की जाती हैं। इसका स्वाद हर किसी को भा रहा है। शुगर फ्री होने के चलते हेल्थ कॉन्शियस लोग भी खूब पसंद कर रहे हैं। इस योजना से न सिर्फ महिलाओं को आर्थिक लाभ हो रहा है, बल्कि राजगार भी प्राप्त हो रहा है।