मुजफ्फराबाद । उत्तर प्रदेश के मुजफ्फराबाद के ग्राम पंचायत अब्दुल्लापुर निवासी अंजू देवी आज आत्मनिर्भरता की मिसाल बनी हैं। कुछ समय पहले तक जो लोग उनका मजाक उड़ाते थे आज वह भी उनकी तारीफ कर रहे है।
अंजू देवी अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए बताती है कि अपना व्यवसाय शुरू करना उनका सपना था लेकिन आर्थिक कारण से यह काम शुरु नही हो पा रहा था… लेकिन जब वह स्वयं सहायता समूह से जुड़ी तो न सिर्फ उन्होंने अपने सपनों को पंख दिए बल्कि आज रोजगार भी दे रही है।
अंजू देवी को गांव की समूह सखी राखी से पीएनबी ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान की जानकारी मिली। जहाँ उन्होंने व्यवसाय कौशल के हुनर सीखे। जिसके बाद अंजू ने कान्हा जी की पोशाक बनाने का काम शुरू किया। थोड़े ही समय में अंजू देवी ने रेडीमेड गारमेंट्स के क्षेत्र में ख्याति हासिल कर ली है।
सहारनपुर और आसपास के जिलों के प्रसिद्ध मंदिरों और आसपास के बाजारों में उनके स्टाल है जहाँ उनके घरेलू उत्पाद मिलते है। अंजू देवी बताती है कि शुरू में थोड़ी दिक्कतें आईं, परंतु आज इनका व्यवसाय रफ्तार पकड़ चुका है। आज वह अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं।